Episod-1
गौरव, एक 12/13 वर्ष की आयु का लड़का, जिसके माता-पिता अब नहीं रहे, अपने चाचा और चाची के साथ रहता है। चाची उसे बिल्कुल ही पसंद नहीं करती और वह अपने ही घर में एक नौकर की तरह रहता है। चाची का बेटा राहुल हमेशा उसे सताता रहता है। गौरव बहुत ही बुद्धिमान है और अपनी कक्षा में हमेशा अव्वलआता है। उसकी चाची को यह बात बिल्कुल नहीं भाती।
चाचाजी उससे बहुत प्यार करते हैं, परन्तु अपनी पत्नी के सामने बेबस हैं। चाचीजी हमेशा अपने पति पर हावी रहती हैं। एक दिन, टीवी पर खबर आती है कि अवकाश में एक बहुत ही बड़ी घटना घटनेवाली है। दो ग्रहिकाएँ अवकाश में आपस में टकरानेवाली हैं, जिसके परिणामस्वरूप एक स्वर्गीय फुहारे सहित ग्रहिकाएँ टूटेंगी और एक टुकड़ा जो पृथ्वी पर गिरनेवाला है। सभी वैज्ञानिक इस विषय में चिन्तित हैं। हर जगह हर लोग इस विषय में बात कर रहे हैं।
गौरव और उसके दोस्तों को इस ग्रहिका के टुकड़े की शक्ति के बारे में स्कूल में बताया गया है। सभी इस अद्भुत दृश्य को देखने के लिए उत्सुक हैं। रात हो जाती है, ग्रहिकाएँ अवकाश में टकराती हैं और एक टुकड़ा गौरव के घर के ठीक सामने ही गिरता है। एक दिव्य आवाज़ में, वह टुकड़ा गौरव को अपने पास बुलाता है। गौरव अचंभित रह जाता है।
Episod-2
गौरव की खिड़की के सामने क्षुद्रग्रह का एक टुकड़ा नीचे गिर जाता है। इससे एक लाइट बाहर आती है और गौरव को खुद के पास बुलाती है । वह टुकड़ा कोई साधारण टुकड़ा नहीं है । यह एक जादुई टुकड़ा है। गौरव इसके पास चला जाता है । उस टुकड़े से एक आवाज आती है कि अब गौरव कोई साधारण लड़का नहीं है । अब वह असीमित जादुई शक्तियों का एक मालिक है और भगवान ने उसे पृथ्वी पर हो रहे सभी अपराधों और अनैतिकताओं को खत्म करने के लिए चुना है। अब से उसे पूरी दुनिया द्वारा जूनियर जी कहा जाएगा और उसके पास किसी भी शक्ति के खिलाफ लड़ने की सभी शक्तियां हैं । सभी वैज्ञानिक चकित हैं कि आकाश से गिरे ग्रह का टुकड़ा कहां चला गया है। दूसरी ओर, एक शैतान, Fumancho जो बुरी शक्तियों के मालिक है और अपने अपराध से पूरी पृथ्वी को सशक्त करना चाहता है, यह भी है कि क्षुद्रग्रह के उस कीमती टुकड़ा हड़पने के लिए चाहता है । वह इस बात को लेकर भी हैरान हैं कि वह टुकड़ा कहां गया है । इस बीच एक पूर्वानुमान सुना है कि फुमांचो का अंत आ गया है और वह एक बच्चे द्वारा मारा जाएगा । फुमांचो इस खबर को सुनकर पागल हो जाता है ।
गौरव को पता चलता है कि जादूगर रहे उसके पिता को भी फुमांचो ने मार डाला था। अब उसे फुमांचो की दुनिया खत्म करनी है।
Fumancho अब उस टुकड़े की तलाश में के बाद के रूप में के रूप में अच्छी तरह से है कि बच्चे को जो जूनियर जी है चला जाता है ।
फुमांचो उस ग्रहिका के टुकड़े की खोज में अपने लोगों को भेजता है। दूसरी ओर, गौरव बहुत ही बड़े जादुई
शक्तियों का स्वामी बन जाता है, किन्तु किसी को भी नहीं पता कि वह ग्रहिका का टुकड़ा स्वयं गौरव के पास
है। गौरव का मित्र माँटी डींग हाँकता है कि वह ग्रहिका का टुकड़ा उसके पास है। हर कोई उसका मज़ाक उड़ाता है। ग्रहिकाखंड़ का पता मालूम करने में असफल फुमांचो के आदमी हारकर वापिस आ जाते हैं। फुमांचो गुस्से में ÷उन्हें मार डालता है और अब उसे यह चिन्ता खाए जा रही है कि वह उस ग्रहिकाखंड़ के बारे में कैसे मालूम करेगा। दूसरी ओर, गौरव के दोस्त, माँटी, शैली सभी माँटी का मज़ाक उड़ाते हैं। फुमांचो तय करता है कि वह ओज़ोन चेम्बर में जाएगा और उसके स्वामी चिंकारा की मदद लेगा। फुमांचो चिंकारा से मिलता है। चिंकारा अपने सेनापती मास्टर बोबो को भेजता है, जो ऐसा शैतान है, जो लोगों के सपनों में जाकर उन्हें मारता है। सभी उसे सपनों का क़ातिल बोबो बुलाते हैं। फुमांचो उसे आदेश देता है कि वह जाकर पता लगाए कि वह ग्रहिकाखंड़ किसके पास है।
Episod-4
बच्चों के सपनों में सपनों का क़ातिल बोबो आकर उन्हें डराता है और मालूम करने की कोशिश करता है कि वह ग्रहिकाखंड़ किसके पास है , लेकिन वह पता नहीं कर पाता। अब वह एक केला बेचने वाला बन जाता है और गौरव के स्कूल के सामने खड़ा हो जाता है।बोबो माँटी की डींग के कारन उसे फँसाकर बंद कर देता है। बोबो अन्य बच्चों का भी Kidnap करता है। बच्चों का Kidnap कौन कर रहा है यह जान नहीं पाने के कारण गौरव(junior G) बेचैन हो जाता है। प्राध्यापक बर्नार्डो इस संबंध में उसकी सहायता करते हैं
और बोबो के बारे में ज्युनियर जी को बताते हैं, और यह भी बताते कि बोबो के हाथ में आदर्श नगर का हर एक बच्चा ख़तरे में है, क्योंकि उस
ग्रहिकाखंड़ के लिए फुमांचो कुछ भी कर सकता है। गौरव के पास बहुत ही कम समय बचा है। केवल वही बोबो के हाथों से बच्चों को बचा सकता है।
episod-5
बोबो गौरव के चाची का बेटा राहुल का भी अपहरण करता है। पुलिस भी बेचैन है यह जानने के लिए, कि सभी
बच्चे जा कहाँ रहे हैं और उनका अपहरण कौन कर रहा है और वह करना क्या चाहता है। बोबो बच्चों को धमकाता है और जानने की कोशिश करता है कि वह ग्रहिकाखंड़ किसके पास है, परन्तु कोई भी उसके बारे में
नहीं जानता। माँटी ओर राहुल बोबो के चंगुल से छूटकर निकलने कि कोशिश करते हैं, लेकिन उसकी जादुई
दुनिया से बच निकलना इतना आसान नहीं है। ज्युनियर जी बच्चों को ढूँढ़ने के लिए चल पड़ता है। वह जंगल
जंगल छानता है, परंतु बोबो का कोई पता नहीं। राह में उसे बैताल / भूत जैसी कईं समस्याओं का सामना करना पड़ता है। बैताल/ भूत भी मर जाता है। एक जगह पर आकर गौरव थककर बैठ जाता है। उस पेड़ पर दो चिड़ियाँ बात कर रहीं हैं। उनमें से एक दूसरे से कहती है कि उसने बोबो को देखा है। ज्युनियर जी यह सब सुनता है और उसे बोबो का अता-पता मालूम पड़ जाता है। वह वहाँ पहुँच जाता है। अब तक बोबो ने अपनी जादू से बच्चों को बकरी और बन्दर में बदल दिया है। वह अपनी शक्तिशाली जादुइ शक्तियों द्वारा ज्युनियर जी को भी फँसाता है।
Episod-6
बोबो ज्युनियर जी को फँसाता है, परन्तु ज्युनियर जी थोड़े ही किसी की शिकार बनेगा! इसलिए वह बोबो को एक अच्छा सबक सिखाकर वहाँ से भागने के लिए मजबूर करता है। बोबो के अपयश से फुमांचो बेचैन और दुखी हो जाता है। दूसरी ओर, शहर में हर जगह बात फैल जाती है कि ज्युनियर जी ने बच्चों को बचा लिया। ज्युनियर जी मशहूर हो जाता है और सभी उसके बारे में बात करने लग जाते हैं। पर फुमांचो अशान्त है। फिर फुमांचो की सहयोगी लिंडा उसे बताती है कि भारत सरकार ने एक शक्तिशाली क्षेपणस्त्र लाँच किया है और यदि फुमांचो उस क्षेपणास्त्र को प्राप्त करेग, तो उसे बहुत लाभ होगा। फुमांचो को लिंडा का सुझाव पसंद आता है और वह यह जिम्मेदारी अपनी सेना नायिका मिस मैग्नेटो को देता है। मिस मैग्नेटो में बहुत सारी चुंबकीय शक्तियाँ बसती हैं। उसके पास इतनी शक्ति है कि वह एकसाथ दो-तीन हवाई जहाजों को अपनी ओर आकर्षित कर सकती है। फुमांचो मिस मैग्नेटो को अपने दरबार में बुलाता है।
सरकार का रक्षा विभाग क्षेपणास्त्र को लाँच करने की तैयारी में व्यस्त है। किसी को भी इस बात की खबर ही नहीं
है कि कोई इस क्षेपणास्त्र को चुराने की साजिश कर रहा है। सभी को लग रहा है कि मिशन सीधा-सरल है। मिस
मैग्नेटो अपनी जगह पर संपूर्ण रूप से तैयार है। शैली के पिता, जो एक रक्षा वैज्ञानिक हैं, क्षेपणास्त्र के लाँचिंग में
पूर्ण रूप से व्यस्त हैं। वे अपने बॉस माधवन को क्षेपणास्त्र के बारे में बताते हैं। दूसरी ओर, फुमांचो और लिंडा
क्षेपणास्त्र को बेंचने के लिए विदेशी शत्रू के साथ हाथ मिलाते हैं। ज्युनियर जी को मालूम नहीं है कि उसके देश
का शत्रू उसके देश के विरुद्ध इतना बड़ा खेल रचा रहा है।
Episod-7
धीरे-धीरे वह दिन करीब आता जा रहा है, जिसका रक्षा विभाग राह देख रहा था, क्योंकि इस क्षेपणास्त्र के लाँच के साथ भारत की रक्षा शक्ति चार गुना अधिक बढ़ जाएगी। दूसरी ओर, शैतान फुमांचो उसी क्षेपणास्त्र के द्वारा
करोडों रुपए कमाने की तैयारी कर रहा है। उसने शत्रुदेशों के साथ मोल-भाव कर लिया है, और बहुत ही अच्छे सौदे भी तय कर लिए हैं। क्षेपणास्त्र उचित समय पर उड़ान भर लेत है। सभी खुश हैं। क्षेपणास्त्र आकाश की ओर जा रहा है, पर अचानक मिस मैग्नेटो का जादू चलने लगता है और क्षेपणास्त्र दूसरी दिशा में घूम जाता है। पूरा रक्षा विभाग चिन्तित है कि आख़िर यह क्षेपणास्त्र गया कहाँ! संपूर्ण रक्षा विभाग में कोलाहल मच जाता है। सभी चिन्तित हैं कि क्षेपणास्त्र किसने चुराया और आकाश में ऐसा शक्तिशाली प्रकोप कहाँ से आया, जिसने क्षेपणास्त्र को अपनी ओर खींच लिया और वह गया तो गया कहाँ। दूसरी तरफ फुमांचो मिस मैग्नेटो की इस क्रियाकलाप से बहुत ही प्रसन्न है। रक्षा कर्मी दूसरे क्षेपणास्त्र की लाँचिंग प्रक्रिया को रोक देते हैं। यह खबर अख़बारों और टीवी चैनलों द्वारा फैलती है। टंकीला ग्रह की राजकुमारी से एक सन्देश आता है। वह फुमांचो से मिलना चाहती है। वह भी मानवता एवं भद्रता की दुश्मन है। ब्रिगेडियर माधवन एक अभेद्य योजना बनाते हैं और दूसरा क्षेपणास्त्र लाँच करते हैं। वे आशा करते हैं कि इस बार उन्हें उस पहले क्षेपणास्त्र के बारे में भी पता चल जाएगा, जो गुम हुआ है।

