बुढ़िया का रहस्यमई भूतिया सपना-हॉरर स्टोरी

technical bro
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 एक रहस्यमय शहर में एक बूढ़ी महिला रहती थी। वह अपने एकल हैंगर में रहती थी और उसके पास कोई दोस्त नहीं थे। उसे दर का भय होता था और रात को सोते समय उसे अक्सर सपनों में डरावनी चीजें दिखती थीं।



एक रात जब वह सो रही थी, उसे एक अजीब सा सपना आया। उसे लगा कि वह अपने कमरे में नहीं है, बल्कि एक रंगीन सड़क पर खड़ी है। उस सड़क के दोनों तरफ आंखों में दर्द और भय के साथ अंधेरा छाया हुआ था। उसने आगे की ओर देखा तो देखा कि वह एक अजीब से पुरानी युगल विला के सामने खड़ी हुई है।

वह अपने आप को समझा नहीं पाई कि उसे क्यों लग रहा था कि वह उस विले में जाना चाहती है। वह आगे बढ़ी और विले के द्वार पर पहुँची। द्वार खुल गया और वह अंदर जा घुमने लगी। वह विले के अंदर अकेली थी लेकिन वहां कुछ अलग था। विले में शांति का माहौल था, लेकिन उसने आवाज सुनी जो उसे अपने होश से उठा दिया!

वह आवाज के पीछे चली गई और एक कमरे में पहुंची, जहां उसने एक छोटी सी लड़की को बैठे हुए पाया। वह लड़की बेहोश थी और उसके साथ कुछ नहीं था। उसे देखते हुए उसको अपने जीवन का सबसे डरावना पल याद आ गया, जब उसकी बेटी का भूत उससे बात करता था।

उसने वह लड़की को संजीवनी दवा दी और उसे उसी विले से बाहर ले जाने का फैसला किया। उस दौरान, वह लड़की बेहोश हो गई थी और अब उसे अपने घर ले जाने का फैसला लिया गया। वह विले से बाहर निकली तो उसे लगता था कि कोई उसे देख रहा है। उसने पीछे मुड़कर देखा तो देखा कि वह विले के दरवाजे पर एक साये की तरह खड़ा हुआ आदमी खड़ा था।

उसने दौड़ना शुरू किया, लेकिन उसके पीछे वह साया जैसा आदमी भी दौड़ने लगा। वह बेहोश हो गई थी लेकिन उसे अपनी आँखों से देखने वाला कोई था नहीं। वह अंत में एक घर के बाहर गिर पड़ी और अब उसे पता चला कि वह सोचती थी कि वह जल्द से जल्द अपने घर जाकर अपने सुरक्षित महसूस कर सकती है, लेकिन जब वह अपनी नींदी आंखों से खोली, तो उसने देखा कि उसे एक अजीब सी जगह में ले जाया गया है।

वह दीवारों से घिरी और गंभीरता से लिपटी हुई कमरे में थी। वह अपने आसपास देखती हुई देखती थी, लेकिन कुछ नहीं दिखाई देता था। अचानक उसे अपने पैरों के नीचे कुछ ठंडा महसूस हुआ।

वह अपनी आंखें खोली और उसने देखा कि उसके पैरों के नीचे एक चिड़िया का शव था। उसने डर से अपने पैरों को ऊपर उठाया और देखा कि उसके पैरों के नीचे दो और चिड़ियों के शव थे।

वह चिढ़ा दी गई थी और उसके साथ कुछ गलत हो रहा था। वह अपने पूरे शरीर में कंप रही थी और दुनिया को नहीं समझ सकती थी। उसने दो और चिड़ियों के शवों को देखा और फिर उसने दीवार के साथ अपने सिर को मारा।वह अधिकतम डर में थी और उसे लगता था कि वह जल्द ही मर जाएगी।

लेकिन उसके घुटनों के पास से कुछ ठंडा फील हुआ जो उसे थोड़ा साहस देने लगा। वह जमीन पर उतर आई और देखा कि उसके बगल में एक और चिड़िया खड़ी है।

चिड़िया ने उसे अपने आस-पास की चीजों पर ध्यान देने के लिए संकेत दिया। वह जब उस दिशा की ओर देखी, तो उसने देखा कि उसके बगल में एक नक्शा है।

वह नक्शे को देखती रही और उसे समझ नहीं आ रहा था कि यह क्या है और उसे क्या करना चाहिए। तभी उसे एक अंधेरे कोने से अजीब सी आवाज सुनाई दी।

आवाज उसे बुलाने लगा और उसने देखा कि आवाज उसे नक्शे की दिशा में बुला रहा है। वह नक्शे के साथ उस दिशा में चली गई और अंत में उसे एक निर्मित बंगले पर पहुंचाया गया।

उस बंगले में उसने एक आधा-खुला किलकारियों से भरा कमरा देखा। वहां एक आदमी खड़ा था जो उसे अपने साथ ले जाने का वादा कर रहा था। उसे पूरी तरह से अस्थिर महसूस हो रहा था, लेकिन फिर भी वह उस व्यक्ति के साथ चल दी। रास्ते में वह अपने आस-पास घटित हो रहे अजीब हादसों के बारे में सोचती रही, लेकिन वह अपने नए साथी से संभल रही थी।

अंत में वे एक बड़ी मस्जिद के सामने पहुंचे, जहां उन्हें एक बूढ़ी औरत ने इंद्रधनुष के सात रंगों की चादर दी। वे दोनों चादर के बाहर खड़े हो गए और चादर में से एक नोट निकाला।

उस नोट में लिखा था "तुम जो भी खोज रहे हो, उसे अब छोड़ दो। यहां से आगे जाने की कोई जरूरत नहीं है।"

उस व्यक्ति ने उस नोट को पढ़ा और उसे अपने पास रख लिया। वह जानता था कि यह नोट उसे कुछ समझाने के लिए नहीं था, लेकिन उसने उस बूढ़ी औरत को धन्यवाद कहा और वहां से चला गया।

उसने अपने दोस्तों को इस अनोखी चादर और नोट के बारे में बताया, लेकिन वे सभी उसे मजाक समझने लगे। उसने चादर और नोट को अपने कपड़े में भर दिया और भूल गया। कुछ दिनों बाद वह अपने कपड़ों को उठा कर धोने के लिए बाथरूम में गया। उसने अपने कपड़ों को धोने के लिए पानी में डाला, लेकिन चादर और नोट उसने भीगने से बचा लिया।

वह अपने कपड़ों को धोते हुए अपने दोस्तों की बातों को याद कर रहा था। उसकी नजर उस चादर पर पड़ी, जिसे वह भूल गया था। उसने चादर को बाहर निकाला और देखा कि इसमें कुछ नहीं था, लेकिन उस नोट पर फिर से नजर पड़ी।

उसने फिर से नोट को पढ़ा और फिर से वही संदेश लिखा था, "तुम जो भी खोज रहे हो, उसे अब छोड़ दो। यहां से आगे जाने की कोई जरूरत नहीं है।"

उसे दिन भर उस नोट का मतलब समझ नहीं आया। रात को जब वह सो रहा था, उसे अचानक एक अजीब सा सपना आया। उसे लगा कि वह अकेला जंगल में खड़ा हुआ है और कुछ अजीब सी आवाज़ आ रही है।

वह अपने आसपास देखा, लेकिन कुछ नहीं दिखाई दिया। आवाज बढ़ती गई और उसे लगा कि उसकी जान कुछ खतरे में है उसने चादर को अपने पास लाकर अपने सर को ढक लिया। आवाज बढ़ती गई और उसे लगा कि कोई उसके पास आ रहा है। उसने बेचैनी से अपने आसपास देखा, लेकिन कोई नहीं था।

उसने अपने आसपास चेक करते हुए देखा कि वह अब अपने घर के आस-पास है। उसे अचानक एक अजीब सी खुशी महसूस हुई। उसने अपने घर के अंदर जाकर देखा कि उसकी चादर वहीं पर है, जहां उसने उसे छोड़ दिया था। उसे समझ में नहीं आ रहा था कि सपने में क्या हुआ था।

वह दिन भर घबराता रहा और रात को वह सोते समय फिर से वहीं सपना आया। लेकिन इस बार आवाज थोड़ी कम थी। उसे लगा कि कोई उसके आसपास है, लेकिन इस बार उसने डरने की बजाय अपने सामान्य होश में बैठने का फैसला किया।

उसने अपने सामान्य होश में बैठते हुए अपने घर के अंदर जाकर देखा कि वह नोट वहीं पर रखा हुआ है, जहां उसने उसे रखा था। उसे समझ में आ गया कि सपने में उसे जंगल में जाने की जगह अपने घर के आस-पास रहने की उसे यह बात समझ में नहीं आई कि सपने में उसे घर के आसपास रहने की जगह दिखाई दी थी। वह उस दिन से डरता रहा और उस सपने को लेकर वह उस स्थान पर जाना भी नहीं चाहता था।

पर कुछ दिनों बाद उसका एक मित्र उसे उस स्थान पर जाने के लिए मजबूर कर दिया। उसने अपने मित्र के साथ वहां जाकर देखा तो उसे बड़ी चौंकीली बात पता चली। वह स्थान उसके घर के नीचे का सीढ़ी था जो बंद थी और जिसे कोई कभी भी नहीं खोलता था।

उसने वहां से भागते हुए अपने घर जाकर अपनी मां से बताया तो उसकी मां ने बताया कि उस सीढ़ी से पहले उनके घर पर एक पुरानी श्मशान था जो कभी कभी लोग उस सीढ़ी से आकर जाते थे। उस श्मशान में एक भूत रहता था जो लोगों को डराता था। वह श्मशान अब नहीं है, लेकिन उस घर की यह बात आज भी लोगों के बीच में मशहूर है।

उस दिन से उसकी दिनचर्या में बदलाव हुआ और वह उस स्थान को दूर भागते हुए नहीं देखना चाहता था


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